ईर्ष्या एक स्थाई भाव है कभी न कभी किसी न किसी से हो ही जाती है। मुझे भी ईर्ष्या हुई ईर्ष्या एक स्थाई भाव है कभी न कभी किसी न किसी से हो ही जाती है। मुझे भ...
स्थूल नहीं स्थायी स्थूल नहीं स्थायी
अहम भाव से बाहर नहीं आ पाती स्वंय में स्व को बांधकर स्वंय को खोज नहीं पाती अहम भाव से बाहर नहीं आ पाती स्वंय में स्व को बांधकर स्वंय को खोज नहीं पाती
जीवन के पथरीले-पथ पर राह दिखाया इसने केवल विद्या ही नहीं दी जीवन का पाठ पढ़ाया इसने जीवन के पथरीले-पथ पर राह दिखाया इसने केवल विद्या ही नहीं दी जीवन का पाठ पढ़ाया...
अडिग रहा जीवन में वो, पथ से कभी न विमुख हुआ। अडिग रहा जीवन में वो, पथ से कभी न विमुख हुआ।
आ बैल तू मुझे मार यही कह कर ले लिया अनार आ बैल तू मुझे मार यही कह कर ले लिया अनार